संकल्प .....

             अब जब की पूरा देश अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन में शामिल है तब अनायास ही मेरे मन में एक बात बार बार आती है ! आखिर जब  हम सब सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और जनलोकपाल विधेयक को पारित करवाने के लिए सरकार के उपर दबाव डाल रहे हैं तो हमें अपनी अपनी भूमिकाओं के बारे में भी सोचना होगा ! अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में हम सभी किसी न किसी रूप में इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं ! हम किसी भी काम के लिए तुरंत पैसे , पावर या पहचान का इस्तेमाल करने के लिए आतुर रहते हैं और प्रक्रिया का पालन न करने में अपनी महानता समझते हैं ! ऐसे अनेकों उदहारण देखे जा सकते हैं , जैसे जब हम ट्रेन में सफ़र करते हैं और टिकट नहीं मिलता तो हम टी. टी. को पैसे देकर सीट ले लेते हैं और सीट के असली हक़दार को सीट नहीं मिलती ! जब हम किसी काम के लिए सरकारी कार्यालय में जाते हैं तो लाइन में खड़ा होने की बजाय अपनी पहचान का फायदा उठाकर सबसे पहले अपना काम करा लेते हैं या जब हम ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में पकड़े जाते हैं तब भी हम ऐसे ही हथकंडे अपनाते हैं ! ऐसे अनेको उदहारण हैं ! 
           ऐसे में प्रश्न यह उठता है की क्या सिर्फ कुछ नेताओं और कुछ सरकारी अधिकारियों के ऊपर लगाम लगाकर हम इस देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कर सकते हैं ? मेरा मानना है की नहीं, हम ऐसा नहीं कर सकते ! क्यूंकि  इस देश के १२१ करोड़ लोगों में से १ प्रतिशत से भी कम लोग ऐसे पदों पर कार्यरत हैं ! और उस से भी बड़ी बात यह की ये सभी हमारे आप में से ही हैं ! अतः जब तक हम सभी अपनी स्वयं की भूमिका का मूल्याङ्कन नहीं करते और अपने आप में सुधार नहीं लाते हैं तब तक इस मुसीबत से छुटकारा पाना संभव नहीं लगता ! हम सभी को नियमों का पालन करना होगा और किसी से भी कोई नाजायज फायदा लेने की कोशिश पर  लगाम लगानी होगी साथ ही अपने कामों में ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ साथ पारदर्शिता भी लानी होगी , तभी हम नेताओं या अधिकारियों के बिरुद्ध आवाज उठाने के लायक हो पाएंगे अन्यथा यह सिर्फ एक दिखावा और हवाओं के साथ बहने के बराबर ही रहेगा ! कोई तात्विक परिणाम की प्राप्ति असंभव ही होगी ! अब समय आ गया है जब उंगली सिर्फ दूसरों की ओर नहीं बल्कि अपनी ओर उठानी होगी और अपने में सुधार करते हुए फिर दूसरों को सुधार के लिए प्रेरित और मजबूर करने का प्रयास करना होगा !!
              मैंने ऐसे ही संकल्प लिए हैं ! तभी आप से कुछ कह सकने की हिम्मत जुटा पाया हूँ ! आप के द्वारा  लिए गए संकल्पों से कुछ और सीखने और सुधारने की उत्कंठा के साथ आप के सुझावों का इंतज़ार रहेगा !!!

Labels: